बालाघाट। जब से नवागत सीएमओ दिशा डहेरिया ने बालाघाट नगरपालिका का प्रभार लिया है नगर में उनके कार्यप्रणाली की ही चर्चा चल रही है और सभी लोग उनकी सराहना ही कर रहे है। नगरपालिका परिषद बालाघाट की वित्तीय हालत सुधारने के लिए जारी कवायद लगातार जारी है। प्रभारी सीएमओ दिशा डहरिया ने गुरुवार को फिर सख्ती दिखाई और कई दुकानों को कर तथा प्रिमियम राशि न चुकाने पर अपनी मौजूदगी में सील कराया। इतना ही नहीं, बकायादारों के नामों को सार्वजनिक करने की मुहिम गुरुवार को भी देखने मिली। इसके तहत शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर 50 से अधिक बकायादारों के नाम सार्वजनिक किए गए। एक तरफ प्रभारी सीएमओ के इस कदम को नपा अमले से लेकर आम लोग सराहना कर रहे हैं, तो कई लोग अपने नाम सार्वजनिक होने से नाराजगी भी जता रहे हैं। हालांकि प्रभारी सीएमओ ने कर वसूली की इस मुहिम को आगे भी जारी रखने की बात कही है ताकि नपा की वित्तीय स्थिति को सुधारा जा सके। जानकारी के अनुसार एक महीने से जारी कर वसूली अभियान के तहत गुरुवार तक करीब एक करोड़ रुपये वसूला जा चुका है। सीएमओ ने उम्मीद जताई कि वसूली का यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।
सीएमओ दिशा डहरिया ने अपनी कार्रवाई की शुरुआत कालीपुतली चौक स्थित चौपाटी से की। नगरपालिका के अधीन इस चौपाटी में दो दर्जन के आसपास दुकानें संचालित होती हैं, जहां कई दुकानदारों ने चौपाटी शुरू होने के तीन साल के दौरान न टैक्स जमा किया और न ही प्रिमियम की राशि अदा की। मामला संज्ञान में आते ही सीएमओ ने कड़ा कदम उठाते हुए नपा अमले तथा कोतवाली पुलिस के बल के साथ मौके पर पहुंचकर दुकानें सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने मौके पर ही बकाया टैक्स व प्रिमियम की राशि जमा कराई लेकिन जिन दुकानदारों ने ऐसा नहीं किया, उनकी दुकानें नियम के तहत सीलबंद की गई। जानकारी के अनुसार सीएमओ के नेतृत्व में नपा अमले ने 15 दुकानें सील कीं। इन दुकानदारों पर करीब 75 लाख रुपये का बकाया है।
दुकान बंद होने से लोग हुए परेशान
आपको बताएं कि चौपाटी में रोजाना लोगो का आना जाना जारी रहता है, क्योंकि यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। चौपाटी की दुकानें बंद रहने से नगर में इसकी काफी चर्चा रही। चौपाटी में पहुंचे लोग बहुत परेशान हुए।