वारासिवनी। तीन दशक पूर्व निर्मित खैरलॉंजी क्षेत्रांतर्गत ग्राम कटोरी स्थित हजारया तालाब को सिंचाई की दृष्टि से नहरीकरण का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने की मांग अब प्रमुखता के साथ उठने लगी है। गत दिनों ग्राम किन्ही में विकसित भारत संकल्प यात्रा के आगमन पर मुख्य अतिथि सांसद ढालसिंह बिसेन को क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता शरद पाण्डे सहित दर्जनों किसानों ने ज्ञापन सौंप कर ग्राम कटोरी के हजारया तालाब से नहरीकरण कार्य को प्रारंभ करने की मांग उठाई। जिस पर सांसद श्री बिसेन द्वारा किसानों की समस्या को गंभीरता से लेकर मौजूद विभागीय अधिकारियों को उक्त कार्य का प्राक्कलन तैयार करने और पाईप लाईन लगाने का आश्वासन दिया गया।
नहरीकरण से टेल के हिस्सों के खेतों में होगी सिंचाई की सुविधा
सामाजिक कार्यकर्ता शरद पाण्डे द्वारा बताया गया कि करीब तीन दशक पूर्व खैरलॉंजी क्षेत्र के ग्राम कटोरी वनांचल क्षेत्र में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा एक वृहद् तालाब का निर्माण कार्य किया गया था। जिसको हजारया तालाब के नाम से जाना जाता हैं। उक्त तालाब से नहरीकरण कार्य किया जाता है, तो क्षेत्र के टेल हिस्से वाले ग्राम कटोरी, कुम्हली, मोवाड़, चिचोली, मानेगॉंव,तीजूटेकाड़ी, शंकरपिपरिया सहित फुलचूर के किसानों को सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त आपूर्ति होंगी और किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।
किसानों द्वारा नहर के लिए जमीन देने के बाद भी नहीं बनी नहर
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में राजीव सागर परियोजना से नहर प्रवाहित की जाती है, किन्तु टेल हिस्से में इसका पानी नहीं पहुंच पाता, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती। जिसको दृष्टिगत रखते हुए भू-स्वामी किसानों द्वारा नहर खुदाई के लिए खुद की जमीन भी नहर के रकबे के हिसाब से दान किया था। जिस पर कुछ दूरी तक नहर खुदाई का कार्य आरंभ किया गया था। किन्तु प्रशासनिक सहयोग अपेक्षाकृत नहीं मिलने से कार्य अवरूध्द हो गया था।
कार्य का प्राक्कलन तैयार करने दिए निर्देश
जिसे पुन: नये सिरे से प्रशासनिक एवं तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर उक्त तालाब से नहरीकरण का कार्य प्रांरभ करने की मांग सांसद ढालसिंह बिसेन से क्षेत्रीय किसानों ने की है। जिसका आश्वासन सांसद द्वारा दिया गया है और सम्बंधित अधिकारियों को कार्य के प्राक्कलन को तैयार करने निर्देशित किए जाने से किसानों के चेहरे पर प्रसन्नता नजर आई।