कटंगी। कटंगी शहर के अलग-अलग 15 वार्डों में जगह-जगह खुली और क्षतिग्रस्त नालिया हादसों का कारण बन रही है। सड़क को क्रॉस करती हुई नालियों के ढकान की व्यवस्था फेल होने से सड़क हादसों को बढ़ावा मिल रहा है जबकि क्षतिग्रस्त नालियों के नवनिर्माण कार्य करीब 04 साल पहले ही स्वीकृत हो चुके है परंतु इसके बावजूद आज तक नालियों का निर्माण शुरू नहीं किया गया है। वार्ड में नालियों की हालत और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए पार्षदों के द्वारा सीएमओ से कई बार पत्राचार कर नालियों का निर्माण करवाने और खुली नालियों को बंद करने के लिए कहा गया है किन्तु पार्षदों के पत्राचार पर भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। नगर परिषद अध्यक्ष योगेन्द्र ठाकुर जिस वार्ड में निवास करते है उसी वार्ड में नालियों की हालत बहुत खराब है। जिसकी वजह से खासकर दुपहिया वाहन चालकों की जरा सी चूक होते ही दुर्घटना तय होती है। वार्ड क्रमांक 05 पार्षद अर्पणा राउत ने बताया कि उन्होंने वार्ड की नालियों की समस्या को लेकर सीएमओ को दो बार पत्र लिखा लेकिन आज तक सुधार नहीं हुआ।
नगर की गलियों में पक्की सड़क तो बनी है, लेकिन उसके बीच बनी नालियां और उसके टूटे ढक्कन दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। दर्जनभर से अधिक गलियों में इस वजह से कई लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके है वहीं खुली नालियों में कचरे का ढेर लगने से पानी जमाव होने लगा है। ऐसे में जाम नालियों से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। नगर परिषद के अधिकारी आम आदमी की शिकायत तो छोडि़ए पार्षदों की शिकायत पर भी ध्यान नहीं दे रहे है। यकीन मानिए नगर परिषद में तैनात शासकीय अमले की घोर लापरवाही से शहर बर्बादी की तरफ जा रहा है। वहीं जिन जनप्रतिनिधियों को शहर के विकास के लिए चुना गया है। वह जनता के हितों और शहर के विकास की दिशा में अब तक तो कोई काम करते हुए नहीं दिखे है केवल ऐसा लग रहा है कि जनप्रतिनिधि अपना व्यक्तिगत हित साधने में लगे हुए है। फिलहाल तो उन नालियों पर ध्यान देने की जरूरत है जिनके कार्य करीब 04 साल पहले स्वीकृत हुए है मगर आज तक निर्माण नहीं हो पाया है। निर्माण ना हो पाने की वजह कोई नहीं बता पा रहा है। सीएमओ और उपयंत्री निर्माण से संबंधी सवालों पर चुप्पी साधे रहते है।  
      गौर करने वाली बात तो यह है कि नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारी शहर की हालत को लेकर केवल जुबानी चिंता करते है। नगर परिषद कटंगी के द्वारा कुछ साल पूर्व करोड़ों रूपए खर्च कर शहर के विभिन्न मोहल्लों में सीसी रोड व नालियों का निर्माण कर खानापूर्ति कर दी गई। वहीं ठेकेदारों द्वारा वार्डो में सड़क व नाली निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायत हमेशा बनी रही। जिस पर कभी कोई जांच कार्रवाई नहीं हुई। वहीं जिन वार्डों में नालियां क्षतिग्रस्त है उनकी मरम्मत को लेकर नगर परिषद प्रशासन की उदासीनता आज भी हावी है। मोहल्लेवासी टूटे हिस्से से नाली में कचरा डाल देते है, जिसके कारण वहां बार-बार नाली जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटनाएं हो रही है।