बालाघाट। कोटेश्वर धाम स्थित मोक्ष धाम पूरी तरह बदहाली का शिकार होने लगा है। नगर परिषद के ध्यान नहीं देने से मोक्ष धाम के चारों ओर व्यवस्था का आलम है। यह अंतिम संस्कार के लिए पहुंचने वाले लोग चारों तरफ फैली गंदगी से परेशान है परंतु नगर परिषद इस ओर ध्यान देना तो दूर कभी झांककर भी नहीं देखी। यहां के लोगों का कहना है कि नगर में एक भी ऐसा मुक्तिधाम घाट नहीं है, जहां मृत शरीर का ठीक तरह से अंतिम संस्कार किया जा सके। दरअसल नगर वासियों ने अनेक बार मुक्तिधाम को सुंदर व स्वच्छ  बनाने की अपील नगर परिषद लांजी से की, लेकिन मोक्ष धाम को सुविधाजनक नहीं बनाया गया है। यहां पर जागरूकता के अभाव में अंतिम संस्कार के लिए पहुंचने वाले लोग ही कचरा फैलाते हैं, परंतु कोई भी सुंदरता व विकास की ओर पहल नहीं कर रहा है। कोटेश्वर मोक्ष धाम में इन दिनों गंदगी का आलम चौतरफा का फैला हुआ है। चारों ओर पानी की खाली बोतलें पाउच, गुटखा के पाउच व कचरा चारों तरफ  फैला हुआ है, परंतु नगर परिषद के कर्मचारी रोजाना सुबह उठकर पूरे नगर को तो साफ करते हैं, लेकिन किसी भी कर्मचारी को मोक्षधाम में भेजने की जहमत नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी नहीं उठा पाते हैं। जिसके कारण लगातार मोक्ष धाम में गंदगी अंबार लगता जा रहा है मोक्ष धाम से होकर गुजरने वाले नाले में भी यहां आने वाले लोग कचरा फेंक रहे हैं, जिससे नाला भी दुर्गंध और गंदगी से पटा पड़ा है। एक तरफ मोक्ष धाम में चारों तरफ गंदगी तो दूसरी तरफ अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होने कोई बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति पहुंच जाए तो वह यहां आकर परेशान हो जाते हैं। यहां ना तो उनके बैठने की समुचित व्यवस्था है और ना ही खड़े रहने के लिए छायादार पेड़। जो गिनी चुन्नी कुर्सियां वह भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिनके कभी भी टूट कर गिरने की आशंका बनी रहती है।  असामाजिक तत्वों द्वारा फेंसिंग तार को तोड़ दिया गया है जिससे मवेशियों का मोक्षधाम के अंदर आसानी से प्रवेश हो जाता है  और मैदान में पड़े प्लास्टिक की बोतलों और पानी पाउच को खा रही है, इससे उनके भी बीमार होने की आशंका रहती है।
जहां धर्म नगरी के नाम से पूरे प्रदेश में विख्यात लांजी के मोक्ष धाम की इतनी दयनीय स्थिति हो चुकी है। वही, जिला मुख्यालय बालाघाट का जागपुर घाट स्थित मोक्ष धाम में भगवान शिव का अलौलिक मंदिर, गार्डन व अन्य सुविधाएं देखने लायक है जिसे नगर पालिका और किसी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बल्कि नगर के जागरूक युवाओं के अलावा बुद्धिजीवियों ने संवारा है तो दूसरी ओर वारासिवनी तहसील के मोक्ष धाम को भी वारासिवनी नगर के जागरूक और होनहार युवाओं ने ऐसा रूप दिया है की अनेक जगह चर्चा होते रहती है, परंतु लांजी में हालात इसके उलट है और अपनी दुर्दशा पर मोक्ष धाम स्वयं ही आंसू बहा रहा ह।
इनका कहना है
हमें आपके द्वारा संज्ञान में बात लाई गई है। वर्तमान में हम सभी चुनाव कार्यक्रम में व्यस्त है। साथ ही नगर परिषद के साथ ही नगर के लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे यहां आए तो स्वच्छता व सफाई का ध्यान रखें। ताकि अन्य लोगों को कोई परेशानी ना हो, चुनाव समाप्त होने के बाद तुरंत ही मोक्ष धाम के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
कन्हैया लाल टेकाम, प्रभारी सीएमओ नगर परिषद लांजी