लालबर्रा।
लालबर्रा परीक्षेत्र के ग्राम सालेबर्री के कक्ष क्रमांक 397 जैसे  ही  390 मे भी अवैध कटाई का सिलसिला जारी है, वन सुरक्षा समिति सालेबर्री व अन्य ग्रामीणों की माने तो कक्ष 390 में सैकड़ों वृक्ष अवैध रूप से काटे गए हैं  जिसमें सागौन व इमारती लकड़ी या शामिल है, जिनके सिर्फ ठुठ ही दिखाई देते हैं, इतनी भारी संख्या में अवैध कटाई किसके संरक्षण में की गई। जो बड़ा सवाल है, आखिर कहां गए थे कर्तव्य  निभाने वाले अधिकारी जब जंगल कट रहा था क्या.. शासन से  इसी बात का वेतनमान  ले रहे हैं, सालेबर्री के ग्रामीणों ने तो यहां तक भी बताया कि जंगल का निरीक्षण करने ना तो संभागीय प्रबंधक आते हैं, और ना ही रेंजर व अन्य कर्मचारी,, जब जंगल कोई आएगा ही नहीं सब काम फोन से ही हो जाएगा तो जंगल की सुरक्षा करेगा कौन... जो जनता में बड़ा सवाल बनकर चर्चा में है जनता का कहना है कि बगैर वन विभाग के  सांठगांठ से इतनी भारी तादाद में वृक्षों की कटाई नहीं हो सकती ग्राम में जन चर्चा है कि  अवैध कटाई में वन अधिकारी भी लिप्त है, और इनकी भी संपत्ति की जांच होनी चाहिए।
कक्ष क्रमांक 390 और 397 में हुई  अवैध कटाई की हो उच्चस्तरीय जांच
जिस तरीके से लालबर्रा परिक्षेत्र में सागौन सहित अन्य इमारती लकडिय़ों को काटकर जंगलों को विरान किया जा रहा है, कक्ष क्रमांक 390 में सैकड़ों बल्लियाँ काटी जा चुकी है कंपार्टमेंट पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। अवैध तरीके से काटा गया सागौन  व इमारती लकड़ीया का परिवहन किया जा चुका है जिसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग वन सुरक्षा समिति व  वन प्रेमियों  के द्वारा की गई है, और दोषी अधिकारी पर वसूली सहित  कर्तव्य के प्रति घोर उपेक्षा और उदासीन रवैया बरतने लिए जिम्मेदारी तय कर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए(
परिक्षेत्र अधिकारी की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
वन विकास निगम लालबर्रा परी क्षेत्र अंतर्गत आने वाले वन ग्रामों में जंगल से प्रवाहित होने वाले नदी नालों को भी रेत माफियाओं द्वारा खोखला कर दिया गया और खनन बदस्तूर जारी है, लालबर्रा परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अनेकों ग्रामों में ईट भट्टों का जैसे साम्राज्य ही स्थापित हो चुका है क्षेत्र में वन सीमा से लगे ग्रामों मे अवैध ईट भट्टों की भरमार है फिर भी वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है जिससे  ऐसा प्रतीत होता है कि इनके संरक्षण में ही वन अपराध घटित हो रहे हैं लालबर्रा परी क्षेत्र अंतर्गत बढ़ते वन अपराधों को रोकने में परीक्षेत्र अधिकारी ज्योत्सना खोबरागडे नाकाम साबित हो रही है जिधर देखो उधर अवैध कटाई, रेत का अवैध उत्खनन, वन ग्रामों के समीप अनेकों ईट भट्टे गैर कानूनी तरीके से संचालित किए जा रहे हैं और खुलेआम वन्य जीव का  शिकार किया जा रहा है ऐसी तमाम गतिविधियों के घटित होने के चलते  परीक्षेत्र अधिकारी लालबर्रा की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं द्य जनता का कहना है कि मैडम इस परिक्षेत्र में जब से  पदस्थ हुई है तब से लेकर जंगल से बेधड़क रेत निकाली जा रही है। नाले खोखले हो गए हैं, जंगल की अवैध कटाई जोरों पर चल रही है अनेकों ग्रामों में फर्नीचर के काम खुलेआम किए जा रहे हैं वन्य जीव का शिकार हो रहा है, और वन अमला देखो तो मुख्यालय से नदारद रहता है जंगल की गस्ती ना होने के चलते ही वन अपराध जोरों पर है। सालेबर्री के अनेकों वन प्रेमियों ने अवैध तरीके से जंगल की कटाई पर रोक लगाए जाने की मांग की है। जिससे वन एवं पर्यावरण सुरक्षित रहे।
 इनका कहना.
सालेबर्री के कक्ष क्रमांक 397, 390 मे लगभग 300  सागौन के वृक्ष अवैध तरीके से काटे गए हैं साहब लोग जंगल नहीं आते लगभग 2 महीने से अवैध तरीके से जंगल काटा जा रहा है जंगल पूरा सप ट होता जा रहा है, लेकिन किसी भी अधिकारी को जंगल की चिंता नहीं है जंगल की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी बढ़ाए जाए जिससे जंगल की रक्षा होगी।
रहमान खान
सालेबर्री निवासी.