बालाघाट। 12 दिसंबर को सनातन महासभा ने जिले में अन्य प्रांतो से आए फेरीवालो और व्यापारियों की समुचित पहचान और करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्यारो को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने का मांगपत्र कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ को सौंपा।
जिले के रामपायली में मेले देखने के बाद पति के साथ घर लौट रही दीपिका अग्रवाल की कथित गुब्बारे बेचने वाले महाराष्ट्र निवासी द्वारा हत्या किए जाने के बाद बाजार, मेला, गांव और नगरो में अन्य प्रांत से फेरी और दुकान लगाकर व्यापार करने वाले लोगों की पहचान को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। हालांकि यह पुलिस का काम है कि इनकी मुसाफिरी दर्ज की जाए लेकिन काम की व्यस्तता बोले, बल की कमी या लापरवाही, ऐसे लोगों की संबंधित थानो में मुसाफिरी दर्ज नहीं होती है और फिर घटना के बाद पुलिस सांप जाने के बाद लाठी पीटने की कहावत चरितार्थ करते नजर आती है।
ऐसे लोगों द्वारा जिले के विभिन्न हिस्सो में की जा रही अपराधिक घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जिससे जिले में एक अनजाने भय का वातावरण बनता जा रहा है। जिसको लेकर सनातन महासभा ने प्रशासन का ध्यान इस ओर ध्यानाकर्षित करवाया। सनातन महासभ अध्यक्ष महेश खजांची ने कहा कि जिले में अन्य प्रांतो से आकर विभिन्न बाजारों, मेलो, ग्रामों एवं नगरो में घूम-घूमकर व्यापार करने वाले की सुरक्षा की दृष्टि से समुचित पहचान प्रशासकीय स्तर पर करवाने की जरूरत है। इस तरह के लोगों की जानकारी पुलिस थानो में होनी चाहिए। रामपायली की नृशंस हत्या सहित विगत कुछ घटनाओं में यह स्पष्ट है कि ऐसे लोगो में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग जिले में आकर व्यापार करते है, जिनके पास अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए खतरनाक एवं धमकाने वाली सामग्री सहित हथियार भी पकड़ाए है। यूपी मे अतीक अहमद की हत्या के बाद उसमें पकड़ाए, एक आरोपी के कुछ समय तक व्यवसायिक कार्यो से बालाघाट में रहने के प्रमाण भी सामने आ चुके है, बावजूद इसके अन्य प्रांत से आने वाले लोगों की पहचान को लेकर गंभीर नहीं होना, कही ना कहीं जिले के नागरिकों की सुरक्षा से खिलवाड़ है और यह बर्दाश्तहीन है, जिसको लेकर आज हमने प्रशासन से मांग की है कि अन्य प्रांत से आने वाले व्यक्ति या महिला की समग्र पहचान सुनिश्चित की जाए।
सनातन महासभा महासचिव अभय सेठिया ने बताया कि करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या जैसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति ना हो और इस हत्या में संलिप्त हत्यारो और हत्या करवाने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही, इसको लेकर भी सनातन महासभा ने मांग की है। इस दौरान रमेश रंगलानी, डॉ. चारूदत्त जोशी, गोपाल आडवानी, पार्षद श्वेता सौरभ जैन, मोहन आचार्य, अमरसिंह ठाकुर, सुरेन्द्र दुबे, अजय सोनी, गुरूदयालसिंघ भाटिया, विजय वर्मा, सुभाष गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।