बालाघाट। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत व लामता विकास विकास निगम के जंगल अंतर्गत धापेवाड़ा में एक व्यक्ति पर वन्य प्राणी तेंदुआ ने हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गया जिसकी फिर मौत हो गई जिसकी सुचना पुलिस को लगते ही मौके स्थल पर पहुंचकर शव बरामद किया है।
मामले के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रतापसिंह पिता बैशाखू धुर्वे निवासी ग्राम धापेवाड़ा है जो किसी कार्य से गांव की ही नदी की ओर सोमवार को गया था जहां व्यक्ति पर वन्य प्राणी तेंदुआ ने हमला कर दिया जिसकी सुचना वन विभाग को दी गई लेकिन वन विभाग का अमला समय पर नहीं पहुंच पाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिला वही इसकी सुचना कोतवाली पुलिस को लगते ही मौके स्थल पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही कर मामले को जांच में लिया है।
बालाघाट जिले के लामता विकास विकास निगम के जंगल अंतर्गत ग्राम पंचायत धापेवाड़ा में मानवीय संवेदनाओं को झकझौर करने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं लामता विकास निगम के अमले की घोर लापरवाही भी यहां उजागर हुई है। यहां ग्रामीणों का ऐसा मानना है कि वैनगंगा नदी में मछली मार रहे एक ग्रामीण को वन्यप्राणी तेंदुआ ने शिकार कर मार डाला है, लेकिन वन विभाग का अमला इसे मानने का तैयार नहीं है। यहां लामता विकास निगम के अमले की लापरवाही की हद ये रही है कि वह दोपहर तीन बजे तक मौका स्थल पर पहुंच नहीं पाया है। जिससे ग्रामीणों का आक्रोश भी देखने को मिला। वहीं जब निगम का अमला मौके पर नहीं पहुंचा तो दोपहर करीब तीन बजे कोतवाली पुलिस का अमला पर मौके पर पहुंचा और उसने शव को बरामद करने की कार्रवाई की है।
एक सप्ताह से गांव में तेंदूआ का आंतक उसी ने किया शिकार
मौके पर मौजूद वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अशोक सोलखे, ग्रामीण निहाल मोहारे समेत अन्य ने बताया कि पूर्व सरपंच का खेत वैनगंगा नदी के कछार पर है जिसमें ग्रामीण प्रतापसिंह पिता बैशाखू धुर्वे देखरेख का काम करता है। सोमवार की सुबह जब उसकी पत्नी बुद्धोंबाई धुर्वे उसे खाना देने गई तो वह उसे खेत में नहीं मिला। जिसके बाद वह नदी के तरफ गई तो वह नदी किनारे वह पड़ा हुआ था। क्योंकि उसको पता था कि उसका पति मछली मारने नदी जाता है। जब वह उसके नजदीक पहुंची तो उसके सिर को पीछे से वन्यप्राणी तेंदुआ ने हमला कर क्षतिग्रस्त कर चुका था जिससे उसकी मौत हो गई। जिसके बाद उसने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मौका स्थल पर तेंदुआ के पंजे के निशान उसके शिकार कर बैठने के निशान देख इसकी सूचना ग्राम धापेवाड़ा में पदस्थ अमले को दी लेकिन सुबह से दोपहर तक लामता वनविकास निगम का अमला मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे ग्रामीण का शव दोपहर करीब तीन बजे तक घटना स्थल पर पड़ा रहा।
डिप्टी रेंजर का मानना दिनदहाड़ें तेंदूआ नहीं करता शिकार, ग्रामीणों को भी बरगलाने का किया प्रयास
ग्राम पंचायत धापेवाड़ा क्षेत्र में पदस्थ डिप्टी रेंजर पूर्णिमा धुर्वे को इसकी जानकारी दी गई तो उनका ऐसा मनना है कि ग्रामीण ने शराब पी होगी और शराब के नशे में गिरकर उसकी मौत हो गई, लेकिन वह न मौके पर स्टाफ के साथ पहुंची और न ही उन्होंने इससे संबंधित कोई कार्रवाई की। इतना ही नहीं उनका ये भी मानना रहा कि तेंदुआ दिन दहाड़े शिकार नहीं करता है। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर शव पड़ा है वहां पत्थर ही नहीं है और करीब सप्ताह भर से तेंदुआ ग्रामीणों को दिख रहा है और उसने गांव के अंदर घुसकर बकरा-बकरी का शिकार भी किया हैं। जिसकी जानकारी उन्हें दी गई है। वहीं इस संबंध में लामता विकास निगम के एसके शेंडे से भी की गई तो उन्होंने बताया कि वे भोपाल मीटिंग में है। जिसके बाद लामता विकास निगम के डीएम से भी चर्चा करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया है।
पुलिस के पहुंचने के बाद पहुंचा अमला
मिली जानकारी के अनुसार सुबह लेकर दोपहर तक लामता विकास निगम का स्टाफ जहां तेंदुआ के हमले से ग्रामीण की मौत न होना बताकर अपना पल्ला झाडऩे का प्रयास कर रहा था वहीं दोपहर तीन बजे के बाद पुलिस के मौके पर पहुंचने पर पहुंचा है। जिसमें डीएम लामता विकास निगम, उक्त क्षेत्र की डिप्टी रेंजर समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत धापेवाड़ा में एक जंगली जानवर के शिकार करने से एक ग्रामीण की मौत हुई है। मौके पर पहुंचकर शव बरामद कर पंचनामा कार्रवाई को पूर्ण कर मामले को विवेचना में लिया है। मौका स्थल को देखकर जानवर के हमले से ही मौत होना प्रतीत होता है। मौके पर पगमार्क, पंजे के निशान मिले है। मामले की विवेचना उपरांत ही सही जानकारी का पता चल पाएगा।
अंजुल अयंक मिश्रा
नगर पुलिस अधीक्षक