आगरा । ताज नगरी आगरा में एक युवती के अपहरण के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब उस लड़की ने कोर्ट में कहा है कि उसने अपनी मर्जी से शादी की है। उसे अपने पति के साथ रहना चाहती है। बयान दर्ज होने के बाद युवती को आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है। युवती के परिजन अदालत में आए थे। लड़की ने उनसे मिलने और बात करने से इनकार कर दिया। बता दें कि जिले से एक छात्रा घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने जिम संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कर अपहरण का आरोप लगाया था। युवती के परिजनों ने सिकंदरा थाने का घेराव किया था। आक्रोशित लोगों ने आरोपी, उसके भाई और चाचा के घरों में आग लगा दी थी।
बताया जाता है कि जिम संचालक ने 12 अप्रैल को दिल्ली में अपना धर्म बदलकर मंदिर में युवती के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। पुलिस ने 13 अप्रैल को युवती को बरामद कर लिया। बरामदगी से पहले छात्रा के कुछ विडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह कह रही थी कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से युवक के साथ आई है। छात्रा ने कहा था कि इस मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर गलत है। उसे रद्द किया जाए। 15 अप्रैल को गांव में पंचायत होने के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपी, उसके भाई और चाचा के घरों में आग लगा दी थी। आगजनी में पुलिस ने ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्य समेत नौ आरोपियों को जेल भेज दिया। पुलिस ने सातवें दिन बुधवार को बयान के लिए उसे अदालत में पेश किया। युवती ने कहा कि वो बालिग है। उसने अपनी मर्जी से शादी की है। वह अपने पति के साथ रहना चाहती है। जांचकर्ता की ओर से अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया कि मामला संवेदनशील है। पीड़िता का पति न्यायालय में उपस्थित नहीं है। उचित सुपुर्दगी में देने का आदेश पारित किया जाए। एएसपी सत्य नारायण ने बताया कि विवेचक विजय विक्रम के साथ जाकर युवती ने धारा 164 के बयान दर्ज करा दिए हैं।